Churna For Digestion: गर्मियों की शुरुआत हो चुकी है और बदलते मौसम के साथ लोगों को हाथ में जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है. आपके बेहतरीन हाशमी के लिए आज हम आपको एक ऐसे चूर्ण के बारे में बना बताना चाहते हैं जो घर पर ही झट से तैयार हो जाएगा.
Churna For Digestion: पहले के समय में घर में अगर किसी को हाथ में से रिलेटेड समस्या का सामना करना पड़ता था तो दादी हमारे लिए खास चूर्ण बनाया करती थी. दादी मां के पास हमारे पेट को साफ करने या इससे जुड़ी समस्याओं के बहुत अच्छे नुक्से हुआ करते थे. जिस तरह पेट में भारीपन महसूस हो तो मुंह में इलायची दबा लें. जैसे ही इलायची का रस पेट में जाएगा सारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा. churna for digestion चलिए आज हम आपको एक खास चरण के बारे में बताते हैं जिसे बनाना बेहद आसान है.
चूर्ण बनाने के लिए घरेलू सामग्री बनाने का तरीका:
अमचूर पाउडर, काला नमक, अजवाइन, हींग, भुना जीरा और सौंफ का मिश्रण:
एक बाउल में सभी सामग्री मिलाएं।
इस मिश्रण को पीसकर एक गाढ़ा पाउडर बना लें।
चुटकी भर हींग को मिश्रित करें।
अब एक एयरटाइट कंटेनर में इस पाउडर भरें और स् टोर करें।
चूर्ण गीला नहीं होना चाहिए, इसलिए ड्राई होना चाहिए।
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चूर्ण खाने की प्रक्रिया: चूर्ण खाने का सबसे आसान तरीका है कि आप उसे पानी के साथ मिलाकर खा सकते हैं। आधी छोटी चम् मच चूर्ण को एक गिलास पानी में मिलाकर पी लें। आप नींबू के रस को चूर्ण में मिलाकर भी ले सकते हैं। नींबू का रस पाचन को सुधारता है और चूर्ण को खाना आसान बनाता है। कुछ लोग गर्म दूध के साथ चूर्ण लेते हैं। पाचन को सुधारने के लिए चूर्ण को खाने से पहले खाना चाहिए। यह खाने से आधे घंटे पहले खाया जाता है।
हाजमे का चूर्ण खाने के फायदे: हाजमे का चूर्ण पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है। हाजमे चूर्ण खाने से ये लाभ मिल सकते हैं-
हाजमे वाला चूर्ण खाने से पाचन क्षमता बढ़ती है। इससे पेट में पाचन प्रक्रिया सरल हो जाती है और भोजन को पचाने में सामान्य से अधिक समय नहीं लगता।
हाजमे का चूर्ण एसिडिटी और गैस को कम करता है। यह खाने से गैस, एसिडिटी और जलन कम होती है।
हाजमे का चूर्ण खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है।
हाजमे का चूर्ण पाचन तंत्र को सुधारकर, अनियमित भोजन की समस्याओं को दूर कर सकता है, इसलिए वजन नियंत्रण में भी मदद करता है।
चूर्ण लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं।