महिलाएं स्तनों संबंधित बीमारियों से इस तरह करें बचाव, यहां मिलेगी आपको पूरी जानकारी

Breast Problem in women
Breast Problem in women: आज के समय में खाने-पीने और व्यायाम न करने की वजह से लोगों को बहुत सी बीमारियां हो गई है। इससे महिलाओं में भी कई तरह की बीमारियां हो रही है। आज हम स्त्रियों के स्तनों संबंधी बीमारियों से बचने के कुछ उपाय बताएंगे।

Breast Problem in women

Breast Problem in women:महिलाओं के लिए स्तनों संबंधित कई बीमारियां काफी जानलेवा होती है। इनमें से एक होता है ब्रेस्ट कैंसर, जिसके होने के बाद बचने की उम्मीद काफी कम हो जाती है।

इसके आलावा महिलाओं के स्तनों से सम्बन्धित कई प्रकार की बिमारियां हैं जैसे..

इसके अलावा, महिलाओं के स्तनों से जुड़े कई रोग हैं, जैसे

स्तनों में सूजन, थनैला, अतिस्थूल स्तन, अविकसित स्तन या अन्य समस्याएं होने पर महिला को तुरंत चिकित्सा करना चाहिए।

इन समस्याओं के होने पर कुछ महिलाएं डॉक्टर से मिलने से हिचकिचाती हैं या शर्म से नहीं जाती हैं।
महिलाएं अपने घर पर कुदरती उपचार का उपयोग कर सकती हैं, जो उनके लिए बहुत फायदेमंद हैं।

महिलाएं इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए प्राकृतिक उपचारों का उपयोग कर सकती हैं।

स्तन कैंसर का कुदरती उपचार: यह एक रोग है जो महिलाओं के शरीर की कोशिकाओं को प्रभावित करता है।
हमारे शरीर का प्रत्येक अंग कोशिकाओं से बना है, जो आवश्यकतानुसार अलग-अलग भागों में बट जाती हैं।
लेकिन अक्सर ये शरीर के अंगों में असामान्य रूप से बढ़ते रहते हैं।

ये कोशिकाएं लगातार बढ़ने से एक साथ जमा हो जाती हैं, जो बाद में एक गांठ बन जाती हैं और ट्युमर बन जाती हैं।

आज महिलाओं के स्तनों में होने वाली बीमारियों में से अधिकांश स्तन कैंसर हैं।

स्तन कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो महिलाओं के स्तनों से जुड़ी होती है।

महिलाओं को इस बीमारी से तुरंत बचना चाहिए क्योंकि यह उनकी जान भी ले सकती है।

आजकल कुदरती और आयुर्वेदिक उपचार हर बीमारी को दूर कर सकते हैं।

महिलाएं इस घातक बीमारी से बचने के लिए भी कुदरत और आयुर्वेद के पास कई उपचार हैं।

स्तन कैंसर होने के कारण: स्तन कैंसर से पीड़ित महिलाओं की आयु कम हो सकती है।

■ एक महिला को स्तन कैंसर हो सकता है अगर उसे पहले स्तन संबंधी कोई रोग था।

■ महिलाओं के शरीर में कोशिकाओं का असामान्य विकास भी इस रोग का कारण है।

■ मसिक धर्म पहले या उम्र से पहले होना भी स्तन कैंसर का एक कारण हो सकता है।

■ स्तन कैंसर भी माँ बनने में देरी का कारण हो सकता है।

स्तन कैंसर के लक्षण निम्नलिखित हैं:
■ महिलाओं में स्तन कैंसर की शुरुआत में छोटी-छोटी गांठे बनने लगती हैं। लेकिन इन गांठों को छूने पर पता नहीं चलता।

■ एक महिला को स्तन कैंसर की शुरुआत में स्तनों की गांठों में लगातार दर्द होता है।

■ स्तन कैंसर से पीड़ित महिलाओं में स्तन अचानक बढ़ जाते हैं।

■ महिलाओं में स्तन कैंसर के आरम्भ में स्तनों के साइड के इस्स सूज जाते हैं।

■ स्तन कैंसर में निप्पल लाल हो जाते हैं। तथा कभी-कभी स्तनों से खून या लाल द्रव्य भी निकलता है।

■ स्तन कैंसर से पीड़ित महिलाओं में स्तन गड्ढा भी हो सकता है।

■ स्तन कैंसर की शुरुआत में, स्तनों के निप्पल पर छोटी-छोटी फुंसी हो सकती हैं।

■ स्तन कैंसर के लक्षणों में झुरियां आना या स्तन के ऊतक गाढ़े होना भी शामिल है।

स्तन कैंसर से बचने के लिए कुदरती उपचार: किसी महिला को स्तन कैंसर के शुरूआती लक्षण दिखाई देते हैं तो वह हर्बल ग्रीन टी का उपयोग कर सकती है।
हर्बल ग्रीन टी को एक गिलास पानी में डालें और उबालने के लिए रख दें. तब तक ग्रीन टी को उबालें जब तक कि पानी आधा हो जाए।
अब ग्रीन टी पियें।महिलाओं के स्तनों की यह बीमारी हर दिन ग्रीन टी पीने से नियंत्रित होती है।

Breast Problem in women

■ स्तन कैंसर से बचने के लिए महिलाएं अनार और अंगूर का जूस भी ले सकती हैं।
स्तन कैंसर के दुष्प्रभाव से बचने के लिए महिलाओं को हर दिन अनार और अंगूर का जूस पीना चाहिए।

■ स्तन कैंसर से बचने के लिए महिलाएं कुछ कर सकती हैं।

स्तन कैंसर से बचने के लिए सोंठ, नमक, मूली, सरसों के दानें, शमी और सहिजन के बीज लें।
अब सभी को समान मात्रा में मिलाकर खट्टे छांछ से पीस लें।
अच्छी तरह से पिसने के बाद स्तनों पर इस लेप लगाएँ।
लेप लगाने के बाद नमक की पोटली बनाएँ।
लेप लगाने के दो घंटे बाद, २० या २५ मिनट तक स्तनों को नमक की पोटली से सिकाई करें।
नमक की पोटली के साथ रोजाना स्तनों को सेंकने से आप जल्द ही स्तन कैंसर से बच जाएंगे।

■ महिलाएं भी स्तन कैंसर से बचने के लिए पहले से ही इलाज कर सकती हैं।
यह रोग कभी न होने के लिए हर दिन लहसुन खाना चाहिए।
लहसुन स्तन कैंसर की संभावना को पूरी तरह से कम कर देता है।

■ किसी महिला को स्तनों में कैंसर की शुरुआत होने पर इसके दुष्प्रभावों को कम करने के लिए पोई के पत्तों का उपयोग करना चाहिए।
महिलाएं स्तन कैंसर के रोग को फैलने से बचाने के लिए पोई के पत्तों को पीसकर पिंड बनाकर अपने स्तनों पर लगा सकती हैं; वे इसे बांध भी सकती हैं।
महिलाएं दोनों में से किसी एक को अपनाकर स्तन कैंसर के विकास को रोक सकती हैं।

अगर आप सस्ते तरीके चाहते हैं, तो नोनी जूस और व्हीटग्रास देना शुरू करें, लेकिन सही मात्रा में और समय पर दें।
भारत अपडेट्स कोई गारंटी नहीं देता है आप अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य लेते रहेंगे।

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