कई दिनों से बहुत से लोग चाय के छिलकों की बनी चाय पीने की सलाह देते हैं। उनका दावा है कि इससे शरीर में बढ़ रहा है यूरिक एसिड कंट्रोल में आ जाएगा। क्या सच में होता है ऐसा
Banana tea benefits: हमारे स्वास्थ्य से जुड़ी बहुत सी चीज ऐसी होती है जिन्हें जिन्हें हम इग्नोर करते रहते हैं। हमें इनकी पूरी जानकारी के अभाव में इसे लंबे समय तक इग्नोर करते जाते हैं। बाद में यह बड़ी परेशानी खड़ी कर देती है। इसी का एक उदाहरण है हमारे शरीर में बढ़ रही यूरिक एसिड की मात्रा। जीवन में कई तरह की ऐसी स्थितियां आती है जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। इससे सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है। हमेशा इसका ध्यान रखना चाहिए।
शरीर में बढ़ती यूरिक एसिड की मात्रा को कंट्रोल करने में केले के छिलके से बनी चाय आपकी मदद कर सकती है। आप सोच रही होंगी ये किस तरह काम करती है? तो चिंता न करें, आज हम यूरिक एसिड बढ़ने के कारण और इसके लक्षण के अलावा इन्हे नियंत्रित करने पर केले के छिलके के प्रभाव के बारे में भी बात करेंगे (banana peel tea)। तो चलिए जानते हैं, इस बारे में अधिक विस्तार से।
शरीर में बढ़ते यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए केले के छिलके से बनी चाय खाने से फायदा मिल सकता है। आप ये किस तरह काम करते हैं? चिंता मत करो; आज हम केले के छिलके (banana peel tea) से यूरिक एसिड बढ़ने के कारणों और लक्षणों के बारे में भी बात करेंगे। तो चलिए अधिक विस्तार से जानते हैं।
जानें क्यों शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ती है
डॉ. पी वेंकट कृष्णन ने कहा कि हमारे शरीर में यूरिक एसिड स्वाभाविक रूप से होते हैं। शरीर में प्यूरीन टूटने पर यूरिक एसिड बनाया जाता है। कुछ खाद्य पदार्थों में प्यूरीन होता है, जैसे रेड मीट, ऑर्गन मीट और लिवर। प्यूरीन भी सी खाद्य पदार्थों में होता है, जैसे सार्डिन, ट्राउट और टूना। इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ओबेसिटी, प्रोसैस्ड फूड का अधिक सेवन, एनीमिया, सोरायसिस, ब्लड कैंसर और फ्रुक्टोज युक्त डायबिटीज भी यूरिक एसिड को बढ़ाते हैं।U
ric acid को कम करने के लिए उपाय:
हाइपरयुरिसीमिया बढ़ा हुआ युरिक एसिड है।यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर शरीर में निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं: जॉइंट्स में दर्द और सूजन आना जोड़ों को छूने पर गर्माहट महसूस होना जोड़ों के आसपास की त्वचा का रंग बदल जाना अकसर कमर में दर्द रहना फ्रिक्वेंट यूरिनेशन (यूरिन से ब्लड या अधिक स्मेल आना) जी मचलना और उल्टी आना
यूरिक एसिड नियंत्रण में किस तरह सहायक है चेहरे का छिलका:
फ्लेवोनॉयड, केले के छिलके में मौजूद हैं, यूरिक एसिड को रेक्टिफाई करते हैं और अन्य मेटाबॉलिक संबंधी समस्याओं को भी हल करते हैं। यह शरीर में यूरिक एसिड को नियंत्रित करके दर्द को कम करता है यदि आपको अर्थराइटिस है।
इनमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो ब्लड में यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। नियमित रूप से केले के छिलके की चाय पीना जोड़ों की समस्याओं को दूर करता है। वहीं शरीर में यूरिक एसिड की अधिक मात्रा से जोड़ों में दर्द का सीधा संबंध है।
बासमती चाय: यह मेलाटोनिन और सेरोटोनिन, दो स्लीप हार्मोन को नियंत्रित करता है।
केले के छिलके की चाय (banana peel tea) बनाने का तरीका जानें
इसे बनाने के लिए आवश्यक है: दालचीनी, शहद, पानी, दो केले का छिलका
तैयार करने के लिए, पहले केले के छिलके को उतारकर छोटे टुकड़ों में काट लें, फिर अच्छी तरह से साफ कर लें।
अब इन्हें लगभग दो कप उबलते हुए पानी में डाल दें. दस से पंद्रह मिनट तक उबालने दें।
फिर इन्हें छानकर पानी से अलग कर लें. फिर एक चम्मच शहद, दो चुटकी दालचीनी पाउडर और मिलाएं।
आपकी चाय बनकर तैयार है!
आप शहद और दालचीनी की जगह नींबू का रस और शहद मिलाकर इसे बना सकते हैं।
1. केले के छिलके से बनी चाय के कुछ अतिरिक्त लाभ पढ़ें। केले का छिलका पाचन को तेज करता है और पाचन को संतुलित रखता है। इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर इसे खास बनाते हैं। नियमित रूप से इस तरह की चाय खाने से पाचन तंत्र नियमित रहता है और कब्ज की समस्या नहीं होती। साथ ही, ये इंटेस्टाइन टॉक्सिंस को शरीर से पूरी तरह से बाहर निकाल देते हैं और शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ावा देते हैं।
banana tea के लाभ:
1. पोषक तत्वों के अवशोषण को प्रोत्साहित करता है
2. एंटीऑक्सीडेंट का सर्वश्रेष्ठ स्रोत है केले के छिलके से बनी चाय में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण हैं, जो शरीर की सूजन को कम करते हैं। नियमित रूप से इसे खाने से दिल की बीमारी, डायबिटीज और कैंसर का खतरा कम होता है।
3. नींद की गुणवत्ता सुधारें
केले की चाय आपको बेहतर नींद आने में मदद करती है। यह मैग्नीशियम और ट्राइप्टोफैन से भरपूर है। जो आपको बेहतर नींद लेने में मदद करते हैं। ये आपकी नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाते हैं, इसलिए आप पर्याप्त नींद ले सकते हैं। इसके अलावा, यह मेलाटोनिन और सेरोटोनिन, दो स्लीप हार्मोन को नियंत्रित करता है।