बिना ठंडा पानी डाले इस तरह से बनाए दाल | होगा सेहत पर जबरदस्त असर|

Ayurvedic Vatika: दाल बनाने का हर घर का अपना अलग तरीका है। कुछ घरों मे तेज मसाले वाली दाल पसंद करते हैं, लेकिन कुछ घरों कम मसाले वाली दाल पसंद करते हैं। हालाँकि, आज प्रश्न यह है कि दाल में बिना ठंडा पानी डाले अच्छी दाल बनाने के लिए क्या क्या करना चाइए ।

क्या करे ?
अरहर की दाल, चावल, चटनी, दही और आलू की सब्जी बनाते समय क्या नहीं करना चाहिए ? वीकेंड्स पर अक्सर घरों मे दाल ही बनती है। दाल घरों में बहुत खाई जाती है। अधिकांश घरों में दाल सब्जी से बनाई जाती है। अरहर के अलावा बहुत सारी दालें हैं, जिनका मजा ले सकते हैं। मसूर से चने तक हर एक का स्वाद अलग है। हर दाल बनाने का तड़का भिन्न हो सकता है। अब जैसे मेरे यहां अरहर, मसूर या चने की दाल पर हींग, जीरा और घी लगाया जाता है। मेरी एक दोस्त के यहां भी तड़के में लाल मिर्च अनिवार्य है। अलग-अलग तकनीकें अलग-अलग स्वादों को जन्म देती हैं। लेकिन आज हम आपको एक आम गलती बताने वाले हैं। यह गलती दाल का स्वाद भी खराब करती है। दाल बनाने का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा खाना पकाने के दौरान पानी का तापमान है। यह एक दुर्लभ गलती है, हालांकि कई लोग इसे समझ नहीं पाए। दाल की बनावट, स्वाद और पोषण को बदल सकता है। आइए इस लेख में दाल पकाने की कला को समझें।

क्या दाल पकाने का विज्ञान है?
lentils cooking का ज्ञान

दालों में जटिल प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट होते हैं। पकाने पर इनमें बदलाव आता है, जो दाल को नरम और पचने योग्य बनाता है और पोषक तत्वों को अधिक आसानी से मिलता है। पकाने के दौरान पानी डालने से स्टार्च और प्रोटीन टूट जाते हैं। इससे दाल नरम हो जाती है और उसका रंग बदल जाता है। साथ ही स्वाद भी अलग होता है। यही कारण है कि पानी का तापमान दाल पकाने में महत्वपूर्ण है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

दाल बनाते समय ठंडा पानी क्यों नहीं चाहिए?
ठंडा पानी दाल का स्वाद बिगाड़ने के साथ बहुत कुछ बदलता है। यही कारण है कि तुम्हारी दाल स्वादिष्ट नहीं होगी। ठंडा पानी दाल को इस तरह खराब कर सकता है-

पकने से पहले दाल में ठंडा पानी मिलाने से मिश्रण का तापमान कम होता है। इससे खाना पकाना प्रभावित होता है। दाल पकाने में इससे अधिक समय लग सकता है। इसका कारण हो सकता है जब दाल आधी कच्ची और आधी पकी रह जाती है। धीमी आंच पर दाल को लगातार पकाने से उसका प्रोटीन और फाइबर स्वाद कम होता है। ठंडा पानी मिलाने से गर्म तापमान ठंडा होता है, जो इस प्रक्रिया को बाधित करता है। यह कच्चापन बनाए रखता है। दाल के ऊपर झाग बढ़ने लगता है और स्वाद खराब हो जाता है।How to cook perfect dal

दाल में पानी मिलाने की सही प्रक्रिया-
जब जल डालने का समय खराब हुई दाल को ठंडे पानी से कौन खाना चाहेगा? हमेशा गर्म पानी का उपयोग करें; इसे कब और कैसे डालना चाहिए जानें:

दाल पहले से ही भिगो दें-
पहले से दाल भिगोने से खाना पकाने का समय कम हो सकता है। दाल को धोने से पहले दो या तीन बार धो लें। इससे स्टार्च और दूषित पदार्थ निकाले जाते हैं। दाल को भिगोने के लिए सामान्य पानी का उपयोग करें।

गर्म पानी का इस्तेमाल करें:
कुकर प्रेशर में दाल डालते समय अक्सर थोड़ा अधिक पानी डालें। इससे आपको जरूरत पड़ने पर ठंडा पानी नहीं चाहिए। अगर आपको दाल पकाने के दौरान अधिक पानी की जरूरत है, तो पहले पानी को गर्म करें और फिर इसे दाल में डालें। इससे दाल का स्वाद और बनावट बरकरार रहेगा और खाना पकाने की प्रक्रिया बाधित नहीं होगी।

दाल में धीरे-धीरे पानी डालें-
how to cook dal

दूसरी बात याद रखनी चाहिए कि पानी को पूरा न उड़ेल दें। अतिरिक्त पानी को धीरे-धीरे डालकर खाना पकाने का तापमान बनाए रखें और दाल को खराब होने से बचाएं। बहुत सारा पानी एक साथ डालने से दाल पतली हो जाएगी और उसका फ्लेवर खराब हो जाएगा।How to cook perfect dal


दाल लगातार उबालें-
दाल में पानी डालते समय आंच को तेज मत करो। धीमी आंच पर रखें, फिर पानी डालें और उबाल बनाए रखें। कम तापमान से दाल समान रूप से पकेगी जब वह पक रही होगी। इसका स्वाद बेहतर होगा।How to cook perfect dal

यह लेख को लाइक करें अगर आपको यह आयुर्वेदिक टिप्स पसंद आया है। फेसबुक पर इसे शेयर करें और ऐसे लेखों को पढ़ने के लिए हर व्यक्ति से जुड़े रहें।

यह भी देखे:दैनिक रूप से करें ये चार योगासन, हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करके दिल की बीमारी का खतरा कम करें

Leave a Comment