महिलाओं करे ये 5 योगासन , होगी 100 से भी ज्यादा बीमारिया दूर |

Ayurvedic Vatika International Yoga Day: ये 5 योगासन 100 से भी ज्यादा बीमारिया दूर करते हैं: महिलाओं द्वारा अगर  तितली उड़ाने और चक् की चलाने वाले योगासन किए जाए  से सैकड़ों बीमारियां दूर होती हैं। यह सुनकर आपको अजीब लग सकता है। लेकिन ये पूरी तरह से सही है। पीरियड दर्द, अनियमित शारीरिक साइकिल, गर्भावस्था की समस्याएं या तनाव एक बार में सब कुछ खत्म हो सकता है  हालांकि योगशास्त्र में इसे सर्वश्रेष्ठ योग माना जाता था। ध्यान दें कि आज से इंटरनेशनल योग दिवस 2024 का 100 दिनों का काउंटडाउन शुरू हो रहा है, जिसका विषय है महिलाओं के लिए योग।

महिलाओं की सामान्य समस्याओं को दूर करने के लिए ये पांच आसन सबसे अच्छे हैं।  जानें इनके बारे में।

तितली आसन: इस आसन में महिलाओं के पैरों की मांसपेशियों को आराम मिलता है। बटरफ्लाई पोज से पेल्विक और रिप्रोडक्टिव अंग खुल जाते हैं। इसलिए यह गर्भावस्था में बहुत फायदेमंद है। यह भी किडनी, ओवरी, ब्लैडर और एंडोक्राइन ग्लैंड के लिए अच्छा है। इसके लिए सुखासन में बैठकर सांस लें और छोड़ें, रीढ़ सीधी रखकर पैरों को दोनों हाथों से पकड़ें।international day for yoga

भद्रासन: सब लड़कियों और महिलाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ आसन है। यह पॉली सिस्टिक ओवेरियन डिजीज (पीसीओडी) में बहुत प्रभावी है। यह भी पीरियड दर्द को कम करता है। इससे ध्यान बढ़ता है, तनाव कम होता है और मन चंचलता कम होती है। इसे करने के लिए वज्रासन में बैठकर घुटनों के बीच गैप बनाए रखें। घुटनों पर हाथ रखकर सांस खीचें और बाहर निकालें।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

जानु-शीर्षासन— यह आसन महिलाओं के पेट पर जमने वाली अतिरिक्त चर्बी को कम करने के लिए सर्वश्रेष्ठ है। यह आसन वैली फैट को कुछ ही दिनों में खत्म कर देता है। यह भी ब्लैडर और यूरिन की समस्याओं में फायदेमंद है। इस अभ्यास में कंधे, पेट और पैर की मांसपेशियां मजबूत की जाती हैं। इस आसन में घुटनों से सिर लगाना चाहिए।international day for yoga

पश्चिमोत्‍तानासन: महिलाओं में हाई बीपी और डायबिटीज का खतरा भी इस आसन से कम होता है। साथ ही कूल्हों और पेट की चर्बी को कम करता है। इससे फर्टिलिटी बढ़ती है। प्रजनन अंगों को बल मिलता है। कुछ ही दिनों में इसके लाभ चौंका देते हैं। इसमें आपको पैरों से सिर लगाना होगा।

चक्की चलान आसन—यह भी घरों में किया गया था। यह गर्भावस्था, मेनोपॉज, पीरियड पेन, रेगुलर नहीं होना, पीरियड क्रैंप् स आदि में बहुत प्रभावी है। महिलाओं की आधी से ज् यादा समस् याएं इससे खत् म हो जाती हैं। इसमें जमीन पर बैठकर पैरों को फैलाकर हाथों से चक्की चलाई जाती है।international day for yoga

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