Hotel Industry :देश के करीबन होटल में दोपहर 12:00 बजे रूम खाली करने का नियम बनाया गया है. जानिए क्या होती है इसके पीछे वजह
Hotel Industry : गर्मियों की छुट्टियों का समय स्टार्ट होने वाला है. और लगभग लोगों ने अपनी फैमिली के साथ घूमने के लिए प्लान बना लिया है. होटल बुकिंग से लेकर डेस्टिनेशन घूमने तक के सब प्लान बन चुके हैं. जैसा कि हम जानते हैं कुछ लोग घर से होटल बुकिंग करके चलते हैं. तो कई होटल में पहुंचकर बुकिंग करवाते हैं. उसे समय वह सह दोपहर के किसी भी समय बुकिंग करें. लेकिन उन्हें अगले दिन ठीक 12:00 बजे रूम खाली करना पड़ता है. ऐसे में आपको 24 घंटे का भुगतान किया है लेकिन आपको पूरा समय नहीं मिल पाता है. चलिए जानते हैं इससे जुड़े कुछ फैक्ट्स
ज्यादातर देशी होटलों ने गेस्ट्स की सुविधा को ध्यान में रखकर 12 बजे चेकआउट का समय निर्धारित किया है। छुट्टी पर अधिकांश लोग देर तक सोना चाहते हैं। ऐसे में दोपहर 12 बजे तक उन्हें आराम से सोकर उठना पड़ता है। इसलिए होटल ने सुबह चेकआउट के लिए कोई समय निर्धारित नहीं किया है। नए गेम को भी चेकआउट समय फिक् स मिलता है। समय पर चेकआउट करने से होटल की अन्य सुविधाओं का इंतजार नहीं करना पड़ता। ज्यादातर लोग होटल पहुंचते समय सोचते हैं कि 12 बजे तक उन्हें रूम्स खाली मिल जाएगा।
दोपहर 12 बजे चेकआउट का समय निर्धारित रखने से होटलों को भी फायदा होता है। दरअसल, इससे होटल के कमरों का अधिकतम उपयोग किया जा सकता है। गेम्स को एक बार में सभी कमरों में अलॉट किया जा सकता है। कोई भी कमरा अकारण खाली नहीं रहता। चेकआउट का समय फिक्स होने से होटल स् टाफ को संसाधनों की योजना बनाने और रूम्स को अलॉट करने में बहुत सहूलियत मिलती है। दूसरे शब्दों में, समय पर चेकआउट करना होटल प्रबंधकों को आसान बनाता है। नए ग्राहकों को भी आसानी से चेक-इन करने की सुविधा मिलती है।
नए गेस् ट्स को इंतजार करने की जरूरत नहीं है; वे समय पर चेकआउट करते हैं, जिससे आने वाले नए मेहमानों को समय पर रूम्स देने के लिए तैयार किया जा सके। होटल के नए मेहमानों को लॉबी में बैठकर रूम्स के खाली होने और साफ करने के लिए लंबे इंतजार की परेशानी नहीं होती। चेकआउट समय फिक् स रहने से होटल मैनेजमेंट को हाउसकीपिंग और अन्य सेवाओं के लिए बेहतर कार्यक्रम बनाए रखने में भी काफी मदद मिलती है। वहीं, कर्मचारियों को अधिक चुनौती मिलेगी अगर चेकआउट का समय अलग होगा। वे सही काम नहीं कर पाएंगे।
अब होटल रूम्स घंटों में भी मिलते हैं
अब कुछ होटलों में घंटे के हिसाब से किराया देना आसान हो गया है। है। दूसरे शब्दों में, कुछ होटल आपको कुछ घंटे रुकने पर पूरा किराया देने से बचाते हैं। ऐसे होटल में आपसे स्पष्ट रूप से पूछा जाता है कि आप कितने घंटे रहना चाहते हैं। फिर आपको दो घंटे से दस घंटे का विकल्प चुनकर भुगतान करना होगा। कुछ होटल एग्रीगेटर ऐपों ने प्री-बुकिंग के साथ घंटों के हिसाब से कमरा बुक करने की सुविधा भी दी है। लेकिन यह सुविधा सिर्फ दिन की बुकिंग के लिए है। इससे स् टूडेंट्स, वर्किंग प्रोफेशनल्स और बाहर अभ्यास करने वाले लोगों को बहुत फायदा होता है।
1 thought on “आप किसी समय पहुंचे, होटल वाले क्यों करवा देते हैं दोपहर 12:00 बजे रूम खाली”